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मंज़र गवाह हैं

यशपाल सिंह

प्रकाशक : अनुराधा प्रकाशन प्रकाशित वर्ष : 2016
पृष्ठ :112
मुखपृष्ठ : पेपरबैक
पुस्तक क्रमांक : 10136
आईएसबीएन :9789385083280

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जीवन के विभिन्न पहलुओं को अपनी ग़ज़लों के माध्यम से दर्शाया है जिसमें रिश्ते की गहराई भी है और महंगाई, राजनीति का दर्शन है।

प्रस्तुत हैं पुस्तक के कुछ अंश

प्रस्तुत काव्य संग्रह में कवि यशपाल सिंह ‘यश’ ने जीवन के विभिन्न पहलुओं को अपनी ग़ज़लों के माध्यम से दर्शाया है जिसमें रिश्ते की गहराई भी है और महंगाई, राजनीति का दर्शन है और ईमानदारी से जीवन यापन करने की कठिनाई भी है।

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