समाजवादी >> कोई वीरानी सी वीरानी है कोई वीरानी सी वीरानी हैविजयमोहन सिंह
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प्रतिभाएँ या तो कुंठित हो रही है या अपनी वहशत में क्रमिक हत्याओं तथा आत्महत्याओं की ओर उग्रसर।
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