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डूबा-सा अनडूबा तारा

कैलाश वाजपेयी

प्रकाशक : भारतीय ज्ञानपीठ प्रकाशित वर्ष : 2009
पृष्ठ :160
मुखपृष्ठ : सजिल्द
पुस्तक क्रमांक : 10328
आईएसबीएन :9788126318575

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हिंदी-कविता के विराट लोकतन्त्र में कवि कैलाश वाजपेयी की रचनात्मक नागरिकता मौलिक एवं मुल्यसम्पन्न है…

हिंदी-कविता के विराट लोकतन्त्र में कवि कैलाश वाजपेयी की रचनात्मक नागरिकता मौलिक एवं मूल्यसम्पन्न है। देश और काल के तुमुल कोलाहल में कैलाश वाजपेयी का अकुतोभय स्वर कविता के महाराग को समृद्ध करता है। इस समृद्धि के हीरक हस्ताक्षर 'डूबा-सा अनडूबा तारा' काव्य के प्रत्येक पृष्ठ पर आलोकित हैं।

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