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विभिन्न रामायण एवं गीता >> मानस एवं गीता - लोकमंगल गुञ्जिता

मानस एवं गीता - लोकमंगल गुञ्जिता

सत्य प्रकाश अग्रवाल

प्रकाशक : मोतीलाल बनारसीदास पब्लिशर्स प्रकाशित वर्ष : 1998
पृष्ठ :252
मुखपृष्ठ : पेपरबैक
पुस्तक क्रमांक : 11069
आईएसबीएन :8120816404

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रामचरितमानस और गीता का मुख्य ज्ञान सरल भाषा में

भारतीय जन जीवन में रामचरितमानस और गीता का विशिष्ट स्थान है। हमारे सभी धार्मिक, सामाजिक और वैयक्तिक प्रश्नों का उत्तर इन दोनों ग्रंथों में अत्यंत सुलभता से मिल जाता है। जिन पाठकों को हमारी अमूल्य शास्त्र परंपरा में गहरे पैठ कर विभिन्न मोतियों को ढूँढने का धैर्य नहीं है, वे इन दोनों ग्रंथों में अपने सभी प्रश्नों का उत्तर सहज में ही पा जाते हैं। सर्व साधारण के मंगल के इन दोनों का युगल सुलभ और लाभकारी है।

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