लोगों की राय

आलोचना >> कुवेम्पु साहित्य: विविध आयाम

कुवेम्पु साहित्य: विविध आयाम

सं. रामप्रकाश

प्रकाशक : राधाकृष्ण प्रकाशन प्रकाशित वर्ष : 2008
पृष्ठ :210
मुखपृष्ठ : सजिल्द
पुस्तक क्रमांक : 13525
आईएसबीएन :9788183612142

Like this Hindi book 0

कन्नड़ भाषा के प्रथम ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित ‘कन्नड़ कविरत्न’ के व्यक्तित्व एवं कृतित्व के विविध पक्षों पर विद्वत्तापूर्ण व्यापक अध्ययन

भारतेन्दु का भाषा–प्रेम, मैथिलीशरण गुप्त की सांस्कृतिकता, जयशंकर प्रसाद की दार्शनिकता, पंत का प्रकृति–प्रेम, महादेवी वर्मा की रहस्यात्मकता, निराला की क्रांतिकारिता, हजारीप्रसाद द्विवेदी की परम्परा–निष्ठा, प्रेमचन्द की सामाजिक– प्रतिबद्धता, रेणु की आंचलिकता, नागार्जुन की फक्कड़ता, केदारनाथ अग्रवाल का ग्रामीण–प्रेम, हरिशंकर परसाई की व्यंग्यात्मकता और आचार्य रामचन्द्र शुक्ल की वैज्ञानिकता को अपने साहित्य में समेटनेवाले रचनात्मक व्यक्तित्व का नाम है- कुवेम्पु । कन्नड़ भाषा के प्रथम ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित ‘कन्नड़ कविरत्न’ के व्यक्तित्व एवं कृतित्व के विविध पक्षों पर विद्वत्तापूर्ण व्यापक अध्ययन को प्रस्तुत करनेवाले आलेखों का संग्रह ।

प्रथम पृष्ठ

अन्य पुस्तकें

लोगों की राय

No reviews for this book