प्रबंधन >> भारत की शताब्दी भारत की शताब्दीकमलनाथ
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इस पुस्तक में श्री कमलनाथ भारतीय जन-गण की ‘जुगाड़’ की क्षमता को रेखांकित करते हुए उसकी सदियों पुरानी उद्यमशीलता की तरफ भी संकेत करते हैं
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