संस्कृति >> संस्कृति : वर्चस्व और प्रतिरोध संस्कृति : वर्चस्व और प्रतिरोधपुरुषोत्तम अग्रवाल
|
0 |
संस्कृति: वर्चस्व और प्रतिरोध भारतीय समाज और संस्कृति के उन असुविधाजनक सवालों से टकराने के क्रम में लिखी गई है, जिनसे बचने का हर सम्भव प्रयास अब तक किया जाता रहा है।
|
अन्य पुस्तकें
लोगों की राय
No reviews for this book