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आदर्श भोजन

आचार्य चतुरसेन

प्रकाशक : राजपाल एंड सन्स प्रकाशित वर्ष : 2005
पृष्ठ :55
मुखपृष्ठ : पेपरबैक
पुस्तक क्रमांक : 1499
आईएसबीएन :00000

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प्रस्तुत है आदर्श भोजन...

18. अविवाहित युवकों के लिए

दोपहर को : गेहूं-चने का बिना छना आटा 1 पाव, छिलकेदार दाल 1 छटांक।

उबली हुई रसदार सब्ज़ी, फल और छाछ। अदरख और नीबू।

रात को : रोटी, तरकारी या दलिया दाल के साथ।

अविवाहित युवकों को जिनकी अवस्था 16 और 24 वर्ष के बीच हो, दूध नहीं पीना चाहिए। दूध वीर्यावरोधक प्रभाव करेगा।

इनके भोजन में आलू और केले की मात्रा यथेष्ट हो। वे चाहें तो रात को अन्न-भोजन न कर एक पाव उबले हुए आलू तथा चार उत्तम केले का भोजन करें। चीनी का उपयोग न करें।

19. विवाहित स्त्री-पुरुष, जिनकी आयु 40 के भीतर हो

दोपहर : गेहूं-चने का छिलकेदार आटा 1 पाव दाल छिलकेदार 1 छटांक

दही आधी छटांक

सब्ज़ी, तरकारी और फल (मूली, गाजर, गोभी, मटर)

फलों में नीबू संतरा, अमरूद तथा कच्ची तरकारी।

रात को : रोटी-तरकारी, दलिया (गेहूं बाजरा या मकई का)

दूध डेढ़ पाव

चीनी आधी छटांक

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