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स्वर्ग-पुरी

दुर्गा प्रसाद खत्री

प्रकाशक : लहरी बुक डिपो प्रकाशित वर्ष : 1984
पृष्ठ :184
मुखपृष्ठ : सजिल्द
पुस्तक क्रमांक : 15398
आईएसबीएन :0

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उस अर्ध विक्षिप्त वैज्ञानिक ने इस धरती पर एक स्वर्ग-पुरी बनाई जिसमें सोने के फाटक, चाँदी के पुल, और शीशे के मकान थे। चुन-चुन कर विद्वान और गुणी जनों को इकट्ठा किया और सचमुच ही इसे स्वर्ग-पुरी बना दिया होता, यदि यहाँ नर्क के कीड़े न पहुंच जाते।

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वैज्ञानिक उपन्यास

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