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कहानी संग्रह >> प्रिय विदूषक

प्रिय विदूषक

जगन्नाथ प्रसाद दास

प्रकाशक : ग्रंथ अकादमी प्रकाशित वर्ष : 2003
पृष्ठ :147
मुखपृष्ठ : सजिल्द
पुस्तक क्रमांक : 1560
आईएसबीएन :81-88267-14-7

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मानवीय संबंध काफी जटिल हैं सहज नहीं है, अकसर सीमाबद्ध या दुःखप्रद हैं। सबसे दृढ़ तब होते हैं, जब उनके विरोधाभास अधिकतम होते हैं, जिनके न होने पर वे समाप्त हो जाते हैं।

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