लोगों की राय

अमर चित्र कथा हिन्दी >> गुरु अर्जन

गुरु अर्जन

अनन्त पई

प्रकाशक : इंडिया बुक हाउस प्रकाशित वर्ष : 2007
पृष्ठ :32
मुखपृष्ठ : पेपरबैक
पुस्तक क्रमांक : 2072
आईएसबीएन :1234567890123

Like this Hindi book 0

गुरु अर्जन

गुरू अर्जन (1563-1606) सिखों के पाँचवें गुरू और प्रथम संत थे जो शहीद हुए। जीवन की समस्याओं के प्रति उनकी दृष्टि व्यावहारिक थी और उनके उपदेश प्रेरणादायक होते थे। सिख पंथ को एक महान धर्म का रूप देने का श्रेय उन्हीं को है। गुरु ग्रंथ साहिब का संकलन सिख धर्म को और पूरी दुनिया को उनकी अमर देन है।

अपने सगे भाई की ईर्ष्या और षड़यंत्र के कारण काफी कम आयु में ही उनके जीवन का दुःखद अंत हुआ। एक अहंकारी सम्राट के आगे झुकने से इनकार कर के उन्होंने न सिर्फ अपने अनुयायियों के लिए, बल्कि अपने धर्म की सच्चाई में विश्वास करने वाले प्रत्येक व्यक्ति के लिए, एक आदर्श प्रस्तुत किया।

प्रथम पृष्ठ

अन्य पुस्तकें

लोगों की राय

No reviews for this book