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उपन्यास >> अमृतफल

अमृतफल

मनोज दास

प्रकाशक : राजकमल प्रकाशन प्रकाशित वर्ष : 2003
पृष्ठ :139
मुखपृष्ठ : सजिल्द
पुस्तक क्रमांक : 2442
आईएसबीएन :812670778x

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उज्जयिनी के आमोदप्रिय और लोकप्रिय राजा भर्तृहरि को एक योगी ने अचानक थमा दिया एक अमृतफल। दीर्घजीवन और यौवन प्रदान तथा मृतसंजीवनी उसका गुण। राजा ने वह फल लेकर दिया अपनी छोटी रानी को।

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