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दे ताली

वीरेन्द्र जैन

प्रकाशक : वाणी प्रकाशन प्रकाशित वर्ष : 2003
पृष्ठ :135
मुखपृष्ठ : सजिल्द
पुस्तक क्रमांक : 2897
आईएसबीएन :81-8143-090-5

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हिन्दी की साहित्यिक पत्रकारिता का आज के समय क्या दायित्व है और इस का क्या प्रभाव पड़ रहा है...

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