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श्रंगार - प्रेम >> दो एकान्त

दो एकान्त

श्रीनरेश मेहता

प्रकाशक : लोकभारती प्रकाशन प्रकाशित वर्ष : 1985
पृष्ठ :180
मुखपृष्ठ : सजिल्द
पुस्तक क्रमांक : 3278
आईएसबीएन :0000

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इस उपन्यास में वानीरा और विवेक के माध्यम से इस आधुनिक तनाव वाली घटना-हीन वास्तविकता को अत्यन्त सूक्ष्म शैली, चित्रों और मन: स्थितियों के द्वारा श्रीनरेश मेहता ने प्रस्तुत किया है।

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