ओशो साहित्य >> ॐ शांतिः शांतिः शांतिः ॐ शांतिः शांतिः शांतिःओशो
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मौन ही प्रारंभ है, मौन ही अंत है, और यदि तुम एक ध्यानी हो तो मौन ही मध्य है। मौन अस्तित्व का समूचा ताना बाना है... ...
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