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ऑक्सफोर्ड इंग्लिश हिन्दी शब्दकोश

एस. के. वर्मा, आर. एन. साही

प्रकाशक : ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस प्रकाशित वर्ष : 2005
पृष्ठ :808
मुखपृष्ठ : सजिल्द
पुस्तक क्रमांक : 4072
आईएसबीएन :0-19-566961-4

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30,000 शब्दों का अर्थ व उनकी व्याख्या...

Oxford English Hindi Shabadkosh A Hindi Book by S.K. Sharma

प्रस्तुत हैं पुस्तक के कुछ अंश

अंग्रेज़ी भाषा के शिक्षण में, विशेषतः माध्यमिक तथा उच्च-माध्यमिक स्तर कक्षा के विद्यार्थियों के लिए प्रयोक्ता-अनुकूल अंग्रेजी-हिंदी कोश की उपदेयता निर्विवाद रही है और ऐसे कोश की कमी प्रायः सभी शिक्षाविद्, अध्यापक और माता-पिता अनुभव करते आ रहे थे। इस रिक्ति को देखते हुए आक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस ने एक शब्दकोश संपादित करवाने का निर्णय लिया और प्रस्तुत अंग्रेजी-हिन्दी शब्दकोष उसकी परिणति है।

इस शब्दकोश के संकलन दोहरे उद्देश्य से किया गया है। दूसरी भाषा के रूप में अंग्रेजी सीख रहे हिंदी-भाषी और अतिरिक्त भाषा के रूप में हिन्दीं सीख रहे अंग्रेजी-भाषा इस कोश को अत्यंत उपयोगी पाएँगे।

यद्यपि इस कोश का निर्माण मुख्यतः उच्च-माध्यमिक स्तर के शिक्षार्थियों की आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर किया गया है, यह पूरा विश्वास है कि यह अंग्रेजी की पुस्तकों तथा पत्र-पत्रिकाओं के सामान्य पाठकों, कार्यालयों में अंग्रेजी में कार्य करने वालों और हिन्दी-अनुवादकों के लिए भी उपादेय सिद्ध होगा।

इस शब्दकोश में शब्दों के अर्थों को भेद-उपभेद सहित सुपरिभाषित किया गया है और उपयुक्त उदाहरणों से समझाया गया है। शब्दकोश का मूल दिग्दर्शन ग्रन्थ है और उपयुक्त उदाहरणों को समझाया गया है। शब्दकोश का मूल दिग्दर्शन ग्रंथ Oxford Advanced learner’ Dictionary 5/e है। प्रस्तुत द्वैभाषित कोश में प्रयोक्ताओं की दृष्टि से प्रविष्टियों को अपनी स्थान सीमा के भीतर आत्मसात् किया गया है और भारतीय परिप्रेक्ष्य में निखारा गया है।

वर्तमान शब्दकोश में लगभग 25,000 शीर्षशब्दों, उपशीर्षशब्दों और उपवाक्यों को समाविष्ट किया गया है। शब्दावली अंग्रेज़ी साहित्य तथा परंपरागत ज्ञानविषयों तक ही सीमित नहीं है, इसमें नवीनतम और वर्तमान में प्रचलित विषयों (जैसे कंप्यूटर, सूचना प्रौद्योगिकी, वाणिज्यविषयक विश्वीकरण और सूक्ष्मजैविकी) से संम्बन्धित शब्दों का भी समावेश किया गया है। ये शब्द अब सामान्य परिधि में आ गए हैं और इनकी उपेक्षा कोश को अधूरा बना देती।

शब्द के आगे उच्चारण (देवनागरी लिपि में), व्याकरणिक कोटि, शब्दप्रयोग परास आदि अर्थ के पहले दिए गए हैं। ‘प्रयोगविधि’ शीर्षक के अन्तर्गत शब्दप्रविष्टि के इन सभी पहलुओं को उदाहरण सहित समझाया गया है। इस शब्दकोश में प्रविष्टियों को किसी न किसी शीर्षशब्द के अधीन दिया गया है किंतु ऐसा नहीं है कि केवल ‘शब्द’ के ही अर्थ दिए गए हैं। क्रिया शब्द के आगे क्रिया पदबंध की व्याख्या, उदाहरण आदि दिए गए हैं।

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