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नारी विमर्श >> नारी तेरे रूप अनेक

नारी तेरे रूप अनेक

भगवती प्रसाद वाजपेयी

प्रकाशक : एम. एन. पब्लिशर्स एण्ड डिस्ट्रीब्यूटर प्रकाशित वर्ष : 2010
पृष्ठ :136
मुखपृष्ठ : सजिल्द
पुस्तक क्रमांक : 4174
आईएसबीएन :81-7900-066-4

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‘नारी तेरे रूप अनेक’ एक आदर्शवादी उपन्यास है। इसमें सर्व धर्म समन्वय तथा जनसेवा का संदेश है।

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