हास्य-व्यंग्य >> काका-काकी के लव लैटर्स काका-काकी के लव लैटर्सकाका हाथरसी
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‘कॉफ़ी मिलेगी बाद में, पहले अंदर आओ। सफ़ाई में कुछ हाथ बँटाओ।’ हमने कुर्ता उतारकर खूँटी पर टाँग दिया। धोती को लंगोटी की तरह लपेट लिया और देने लगे अर्धांगिनी का साथ। ‘तुम हमारे कमरे की सफ़ाई करो, हम तुम्हारे की करेंगे।’
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