हास्य-व्यंग्य >> आदमी और बूट आदमी और बूटके.एल.गर्ग
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श्री गर्ग बुराइयों पर सजगता के साथ प्रहार करते हैं। श्री गर्ग की व्यंग्य रचनाएँ एक तरह से विसंगतियों का कोलाज हैं।
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