नाटक-एकाँकी >> घोड़े पै हौदा हाथी पर जीन घोड़े पै हौदा हाथी पर जीनभानु शंकर मेहता
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प्रस्तुत संग्रह में कहानियों के नाट्य रूपान्तर की चेष्टा की गई है, कुछ का तो मंचन भी किया है। ये सफल हैं या नहीं-यह आप निर्णय करेंगे, कहानी मंच के दर्शक तय करेंगे।
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