भाषा एवं साहित्य >> आचार्य विनोबा की साहित्य दृष्टि आचार्य विनोबा की साहित्य दृष्टिसुमन जैन
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दो अक्षर अंग्रेजी पढ़-लिख लेने वाले अपने को बहुत बड़ा अफलातून समझते हैं और भारतीय भाषाओं को पिछड़ी घोषित करने लगते हैं। लेकिन अंग्रेजी, फ्रेंच और जर्मन जैसी यूरोपीय भाषाओं के जानकार विनोबा भारतीय भाषाओं के अगाध साहित्य से बखूबी परिचित थे।
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