कहानी संग्रह >> अभिलाषा अभिलाषाधनराज शम्भु
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इस संग्रह की कहानियों में मेरे देश के गाँवों एवं शहरों की ही बू आती है। इस देश का नागरिक किस परिवेश में जीता है उसकी आंतरिक एवं बाह्य परिस्थिति कैसी है। उसकी पहचान इन कहानियों में होती है।
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