पौराणिक >> भगवान परशुराम भगवान परशुरामकन्हैयालाल माणिकलाल मुंशी
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यह उपन्यास एक युगपुरुष की ऐसी शौर्यगाथा है जो किसी भी युग में अन्याय और दमन के लिए सक्रिय प्रतिरोध की प्रेरणा देती रहेगी।
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