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कविता संग्रह >> तार सप्तक

तार सप्तक

सच्चिदानंद हीरानन्द वात्स्यायन अज्ञेय

प्रकाशक : भारतीय ज्ञानपीठ प्रकाशित वर्ष : 2005
पृष्ठ :251
मुखपृष्ठ : सजिल्द
पुस्तक क्रमांक : 5560
आईएसबीएन :81-263-0069-8

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कम ही होती हैं काव्य-कृतियाँ जो स्वयं इतिहास का एक अंग बन जाएँ और आगे के लिए दिशादृष्टि दे सकें—बिना अत्युक्तिभय के ‘तार सप्तक’ के लिए कहा जा सकता है।

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