लोगों की राय

हास्य-व्यंग्य >> महागुरु

महागुरु

हरि जोशी

प्रकाशक : सत्साहित्य प्रकाशन प्रकाशित वर्ष : 1995
पृष्ठ :212
मुखपृष्ठ : सजिल्द
पुस्तक क्रमांक : 5683
आईएसबीएन :81-85830-19-3

Like this Hindi book 2 पाठकों को प्रिय

62 पाठक हैं

आज की राजनीतिक भ्रष्टता में आदमी की विवशता को प्रस्तुत उपन्यास में व्यंग्य के माध्यम से उकेरा गया है...

<< पिछला पृष्ठ प्रथम पृष्ठ

अन्य पुस्तकें

लोगों की राय

No reviews for this book