उपन्यास >> मैं और वह मैं और वहआशा प्रभात
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आशा प्रभात का यह उपन्यास एक औरत का खुद को पहचानने और अपनी खुदी को बरकरार रखने की अद्भुत संघर्ष-गाथा है। इसमें बाहरी और अंदरूनी स्तर पर घटनाएँ कुछ इस कदर शाइस्तगी से घटती हैं पाठक चौंकता है और ठहर कर सोचने पर विवश हो जाता है।
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