कहानी संग्रह >> विराज बहू विराज बहूशरत चन्द्र चट्टोपाध्याय
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स्वामि-भक्ति का पाठ पढ़ाकर पुरुष ने नारी को अपने हाथ का खिलौना बना लिया। विराज भी ऐसे ही वातावरण में पली थी।
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