सामाजिक >> न्याय अन्याय न्याय अन्यायविमल मित्र
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इस विश्व के सृष्टिकर्ता जब किसी मनुष्य को दुनिया में भेजते हैं, भेजने के साथ ही मन नामक एक वस्तु उसके अंदर डाल देते हैं और कहते हैं, ‘‘अब जाकर संघर्ष करो...’’
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