उपन्यास >> नारी नारीसियारामशरण गुप्त
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नारी सहित प्रत्येक व्यक्ति ईश्वर की सृष्टि है। इसी कारण ईश्वर की तरह वह दहन भी है। ईश्वर की तरह कष्ट सहन करके ही उसे ईश्वरीय शक्ति उपलब्ध करना होगा।...
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