कविता संग्रह >> तुम्हारी आँख के आँसू तुम्हारी आँख के आँसूप्रवीण शुक्ल
|
3 पाठकों को प्रिय 165 पाठक हैं |
प्रवीण के इस गीत-संग्रह में जो गीत हैं उन्हें पढ़कर एक अलग प्रकार की सुखानुभूति होती है क्योंकि इन गीतों में वे सभी गुण विद्यमान हैं जो साहित्यकारों ने एक अच्छे गीत के संबंध में निर्धारित किये हैं....
|
अन्य पुस्तकें
लोगों की राय
No reviews for this book