प्रवासी लेखक >> उरोज उरोजहरी बिन्दल
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उरोज, उर के ओज एक प्रौढ़ रचना है। मूलतः हास्य रस के कवि समझने जाने वाले बिंदल जी इस काव्य में नवीन कल्पना और भावों के गाम्भीर्य को लेकर अपने नूतन परिवेश में अवतरित हुए हैं....
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