प्रवासी लेखक >> वक्त के साथ वक्त के साथपूर्णिमा वर्मन
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नयेपन का आभास नये शब्द चित्र बनाती ये कविताएं सीधे हृदय पटल पर अंकित हो जाती हैं.....
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