लोगों की राय

हास्य-व्यंग्य >> दमदार और दुमदार दोहे

दमदार और दुमदार दोहे

हुल्लड़ मुरादाबादी

प्रकाशक : पुस्तकायन प्रकाशित वर्ष : 2002
पृष्ठ :104
मुखपृष्ठ : सजिल्द
पुस्तक क्रमांक : 7193
आईएसबीएन :0

Like this Hindi book 9 पाठकों को प्रिय

32 पाठक हैं

हास्य कविताएं जो अपनी फलश्रुति में पाठक या श्रोता को एक ऐसे आत्मसत्य के सन्मुख खड़ा कर देती हैं, जहां वह समस्या पर गंभीर चिंतन के लिए विवश हो जाता है।...

<< पिछला पृष्ठ प्रथम पृष्ठ

अन्य पुस्तकें

लोगों की राय

No reviews for this book