सामाजिक >> पठार पर कोहरा पठार पर कोहराराकेश कुमार सिंह
|
54 पाठक हैं |
इस उपन्यास में क्षेत्रों के शोषण,उत्पीड़न और अत्याचार के नये-नये दुश्चक्रों के जाल में फँसे जनजातीय मानस को सजग करते उनमें अस्मिता के बीज अँकुराते एक संवेदनशील और दृढ़ इच्छाशक्ति वाले नायक की कथा...
|
अन्य पुस्तकें
लोगों की राय
No reviews for this book