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कहानी संग्रह >> ललमनियाँ

ललमनियाँ

मैत्रेयी पुष्पा

प्रकाशक : किताबघर प्रकाशन प्रकाशित वर्ष : 2010
पृष्ठ :150
मुखपृष्ठ : सजिल्द
पुस्तक क्रमांक : 7539
आईएसबीएन :81-7016-312-9

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रनवीर ने पहले ही कह दिया था कि गाँव की अन्य औरतों की तरह अब तुम सिर पर डलिया-तसला धरे नहीं सोहातीं। आखिर प्रधान की पत्नी हो...

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