लोगों की राय

उपासना एवं आरती >> हनुमान तंत्रम्

हनुमान तंत्रम्

कमल प्रकाश अग्रवाल

प्रकाशक : भगवती पॉकेट बुक्स प्रकाशित वर्ष : 2003
पृष्ठ :212
मुखपृष्ठ : पेपरबैक
पुस्तक क्रमांक : 765
आईएसबीएन :00000

Like this Hindi book 3 पाठकों को प्रिय

249 पाठक हैं

इस पुस्तक में हनुमान के जीवन के प्रमुख घटनाओं का विवरण है। रामचरित मानस में ‘सुन्दरकाण्ड’ का नाम ‘हनुमानकाण्ड’ होना चाहिये था, परन्तु तुलसी बाबा ने हनुमान के पुराने नाम ‘सुन्दर’ पर ही रचा ताकि सुन्दरकाण्ड ‘सत्यं शिवं सुन्दरं की तरह ’सुन्दर’ ही सबको प्रिय लगे।

<< पिछला पृष्ठ प्रथम पृष्ठ

अन्य पुस्तकें

लोगों की राय

No reviews for this book