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51 ग़ज़लें

रामदरश मिश्र

प्रकाशक : डायमंड पॉकेट बुक्स प्रकाशित वर्ष : 2010
पृष्ठ :68
मुखपृष्ठ : पेपरबैक
पुस्तक क्रमांक : 7816
आईएसबीएन :978-81-288-2608

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दोस्तों की दाद तो मिलती ही रहती है सदा, आज दुश्मन ने कहा-शाबाश तो अच्छा लगा...रामदरश मिश्र जी की 51 ग़ज़लों का संग्रह...

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