उपन्यास >> बहती गंगा बहती गंगाशिवप्रसाद मिश्र
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काशी के दो सौ वर्षों (1750-1950) के अविच्छिन्न जीवन-प्रवाह को अनेक तरंगों में प्रस्तुत करता उपन्यास...
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