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हास्य-व्यंग्य >> भारत एक बाजार है (सजिल्द)

भारत एक बाजार है (सजिल्द)

विष्णु नागर

प्रकाशक : राजकमल प्रकाशन प्रकाशित वर्ष : 2011
पृष्ठ :168
मुखपृष्ठ : सजिल्द
पुस्तक क्रमांक : 8143
आईएसबीएन :9788126718672

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इस पुस्तक में संकलित व्यंग्य रचनाओं का दायरा राजनीति, समाज, धर्म, प्रशासन, मध्यवर्गीय आकांक्षाओं की विकृतियों से लेकर बाज़ारीकरण, देश की अर्थव्यवस्था और शेयर बाज़ार तक फैला हुआ है...

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