लेख-निबंध >> आलाप और अन्तरंग आलाप और अन्तरंगगोविन्द प्रसाद
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संवाद-संलाप... - समाज से, अपने बीते हुए से, अपने आज से और अन्ततः अपने आप से – अपने के भी अपने से।
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