लोगों की राय

विविध >> बहिष्कृत बचपन

बहिष्कृत बचपन

सचिन कुमार जैन

प्रकाशक : विकास संवाद प्रकाशित वर्ष : 2009
पृष्ठ :224
मुखपृष्ठ : पेपरबैक
पुस्तक क्रमांक : 8903
आईएसबीएन :9788190830201

Like this Hindi book 8 पाठकों को प्रिय

233 पाठक हैं

बहिष्कार की परिभाषा, प्रक्रिया और परिणाम को समझने के लिए एक धड़कता हुआ दिल चाहिये...

Ek Break Ke Baad

भूखे रहना सीखते हैं बच्चे

यहां बच्चों को भूखा रहना सिखाया जाता है। छः माह की उम्र में माँ का दूध छोड़ते ही सीधे गेहूँ या मक्के या आटे की रोटी पर उतर आते हैं। वे अपनी लार से कड़क रोटी को गीला करके चबाते रहते हैं। इससे यह अहसास बना रहता है कि उन्हें कुछ खाने को मिल रहा है। जब वे पूरी तरह अभ्यस्त हो जाते हैं तब रोटी पर मिर्च-नमक की चटनी लगा दी जाती है। यही बच्चों की पूरी खुराक होती है। वे इसी भूख के साथ जीने के अभ्यस्त हो जाते हैं।

प्रथम पृष्ठ

अन्य पुस्तकें

लोगों की राय

No reviews for this book