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धर्म एवं दर्शन >> सीखभरी कहानियाँ

सीखभरी कहानियाँ

स्वामी अवधेशानन्द गिरि

प्रकाशक : मनोज पब्लिकेशन प्रकाशित वर्ष : 2013
पृष्ठ :198
मुखपृष्ठ : पेपरबैक
पुस्तक क्रमांक : 8958
आईएसबीएन :9788131008102

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इस पुस्तक की प्रत्येक कथा जीवन के ऐसे पहलुओं की ओर इशारा करती है, जिस ओर अक्सर हमारा ध्यान नहीं जाता...

Seekhbhari Kahaniya - A Hindi Book by Swami Avdheshanand Giri

प्रस्तुत हैं पुस्तक के कुछ अंश

मनुष्य-योनि की विशेषता है-कर्मों में स्वतंत्रता और परतंत्रता का अद्भुत मिश्रण। इसी मायने में मनुष्य-जीवन अनंत संभावनाओं का पिटारा है। कभी-कभी मनुष्य ’सीखने’ के संदर्भ में अपने जीवन के प्रति क्षुब्ध हो जाता है। क्योंकि वह मनुष्य ही है जिसे सब कुछ सीखना पडता है। इसीलिए ’सीख’ का संबंध मनुष्य से होता है।

इस पुस्तक की प्रत्येक कथा जीवन के ऐसे पहलुओं की ओर इशारा करती है, जिस ओर अक्सर हमारा ध्यान नहीं जाता।

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