आधुनिक >> मालगुडी का मिठाई वाला मालगुडी का मिठाई वालाआर. के. नारायण
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प्राचीनता व आधुनिकता के टकराव का, पुरानी व नई पीढियों के अंतराल का इस उपन्यास में यथार्थ व सजीव चित्रण है। कदम-कदम पर हास्य व व्यंग्य की विविध छटाएँ दर्शनीय हैं।
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