आलोचना
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द्विवेदीयुगीन आख्यान काव्यवी गंगाधरन
मूल्य: Rs. 250 प्रस्तुत पुस्तक में शासकीय विवेचन से पृथक इन दोनों तत्त्वों का सांस्कृतिक दृष्टि से विश्लेषण किया है आगे... |
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धूमिल और उनका काव्य-संघर्षब्रह्मदेव मिश्र
मूल्य: Rs. 200 |
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चित्रलेखा का महत्वमधुरेश
मूल्य: Rs. 395 अपने प्रकाशन के लगभग तत्काल बाद से ही 'चित्रलेखा' किसी-न-किसी रूप में चर्चा और विवादों में रही है। लेकिन उसका खुमार आज भी बना है आगे... |
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चिन्तामणिआचार्य रामचंद्र शुक्ल
मूल्य: Rs. 300 चिन्तामणि का यह तीसरा भाग आचार्य रामचन्द्र शुक्ल के अब तक असंकलित ऐसे इक्कीस निबन्धों का अनूठा संग्रह है जो पुरानी पत्रिकाओं में बिखरे रहने और अप्राप्य पुस्तकों की भूमिका के रूप में प्रकाशित होने के कारण प्रायः दुर्लभ रहे हैं आगे... |
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छायावादी काव्य का व्यावहारिक सौन्दर्यशास्त्रसूर्यप्रसाद दीक्षित
मूल्य: Rs. 200 छायावाद आधुनिक हिन्दी कविता का शिखर है। साहित्य सौन्दर्य की, शुद्ध कविता की और वृहत्तर मानव मूल्यों की सर्वश्रेष्ठ साधना इस युग में प्रतिफलित हुई है आगे... |
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चक्रधर की साहित्यधाराबलभद्र
मूल्य: Rs. 350 प्रस्तुत पुस्तक से मार्कण्डेय के आलोचक- व्यक्तित्व का पहलू पाठकों के सामने खुलेगा आगे... |
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बिहारी रत्नाकरजगन्नाथ दास रत्नाकर
मूल्य: Rs. 450 इस टीका में अधिकांश दोहों के अर्थ अन्यान्य टीकाओं से भिन्न है। उनके यथार्थ होने की विवेचना पाठकों की समझ, रुचि तथा न्याय पर निर्भर है आगे... |
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बिहारी का नया मूल्यांकनबच्चन सिंह
मूल्य: Rs. 200 प्रस्तुत पुस्तक में बिहारी सतसई का मूल्यांकन करते समय तत्कालीन सामंतीय परिवेश को बराबर दृष्टि में रखा गया है आगे... |
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भारतीय साहित्य में मुसलमानों का अवदानजफर रजा
मूल्य: Rs. 375 प्रो. जाफर रजा की प्रस्तुत पुस्तक हिन्दी-जगत् के लिए एक मूल्यवान् उपहार है। भारतीय साहित्य के अध्ययन में यह बुनियादी दस्तावेज है आगे... |
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भारतीय मुक्ति आन्दोलन और प्रेमचंदसरोज सिंह
मूल्य: Rs. 800 प्रेमचंद का स्वंतत्रता आंदोलन में प्रवेश आगे... |