भारतीय ज्ञानपीठ की पुस्तकें :
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रावी से यमुना तकशैलेन्द्र शैल
मूल्य: Rs. 550 |
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राह न रुकीरांगेय राघव
मूल्य: Rs. 100 इस उपन्यास में महावीर युग के उस पुनर्जागरण को प्रस्तुत किया गया है जिसमें पहली बार ब्राह्मण संस्कृति को तगड़ी चुनौती मिली थी... आगे... |
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रिट्ठणेमिचरिउ (यादवकाण्ड) (अपभ्रंश, हिन्दी)देवेन्द्र कुमार जैन
मूल्य: Rs. 40 स्वयंभूदेव (आठवीं शताब्दी) अपभ्रंश के आदिकवि के रूप में प्रतिष्ठित हैं. इनकी दो प्रमुख रचनाएँ हैं--'पउमचरिउ' और 'रिट्ठाणेमीचरिउ' जो क्रमशः रामकथा तथा कृष्णकथापरक हैं. आगे... |
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रेखाएँ दुःख कीविष्णुचन्द्र शर्मा
मूल्य: Rs. 120 वरिष्ठ रचनाकार विष्णुचंद्र शर्मा जिन अनुभवों को अपनी रचनाओं में रचते हैं वे प्रचलित पद्धति से नितांत हटकर होते हैं… आगे... |
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रेत की इक्क मुट्ठीगुरदयाल सिंह
मूल्य: Rs. 90 एक आदमी की संघर्ष कथा... आगे... |
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लपटेंचित्रा मुदगल
मूल्य: Rs. 90 प्रतिष्ठित कथाकार चित्रा मुदगल की कहानियों का संग्रह... आगे... |
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लयबद्धलक्ष्मी कण्णन
मूल्य: Rs. 100 तमिल की प्रसिद्ध लेखिका लक्ष्मी कन्नन की ये कहानियाँ समग्र रूप से उन साहित्यिक मूल्यों को वहन करती हैं जो पिछले कई दशकों से कथा-विधा के इतिहास में बहस तलब के केन्द्र रहे हैं. आगे... |
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लाल टीन की छतनिर्मल वर्मा
मूल्य: Rs. 275 ‘लाल टीन की छत’ उनकी सृजनात्मक यात्रा का एक प्रस्थान बिन्दु है जिसे उन्होंने उम्र के एक ख़ास समय पर फ़ोकस किया है आगे... |
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लाल नदीइन्दिरा गोस्वामी
मूल्य: Rs. 150 भारतीय ज्ञानपीठ से पुरस्कृत असमिया की बहुचर्चित लेखिका इंदिरा गोस्वामी का उत्कृष्ट कहानी-संग्रह आगे... |
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लावाह. मो. मराठे
मूल्य: Rs. 80 हिन्दी पाठकों को समर्पित मराठे की श्रेष्ठ कहानियों का सुन्दर संकलन आगे... |