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राधाकृष्ण प्रकाशन की पुस्तकें :

हंसनी

एंतोन चेखव

मूल्य: Rs. 125

हंसनी मुख्य रूप से कलाकारों के अपने रचनात्मक और व्यक्तिगत जीवन के बीच तालमेल न बैठा पाने की पीढ़ी का लेखा-जोखा है। प्रतिष्ठित अभिनेत्री आर्कदीना स्थापित और लोकप्रिय लेखक त्रिगोरिन के प्रेम के बिना जिन्दा नहीं रह सकती। त्रिगोरिन रचना-कर्म को बेहद नीरस पाता है, मगर लिखने के लिए अभिशप्त है।   आगे...

हाता रहीम

वीरेन्द्र सारंग

मूल्य: Rs. 400

वीरेन्द्र सारंग का यह उपन्यास अत्यन्त तर्कसंगत ढंग से न सिर्फ इस दुरवस्था को उजागर करता है   आगे...

हास्य व्यंग्य की शिखर कविताएं

अरुण जैमिनी

मूल्य: Rs. 400

प्रस्तुत प्रयास आजादी के बाद की हास्य-व्यंग्य प्रधान कविताओं और उनमें व्यक्त देश-काल की विडम्बनाओं-विद्रूपताओं को रेखांकित करने की भूमिका अदा करेगा   आगे...

हिंदुत्व और उत्तर -आधुनिकता

सुधीश पचौरी

मूल्य: Rs. 350

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हिंदुस्तान में जाट सत्ता

जाँ दलोश

मूल्य: Rs. 600

टीफैनथेलर और मोदाव के समकालीन वैदेल ने उत्तर भारत के राजनीतिक मामलों के सम्बन्ध में बहुत कुछ लिखा है   आगे...

हिंदू धर्म: जीवन में सनातन की खोज

विद्यानिवास मिश्र

मूल्य: Rs. 350

यह तो एक खोज है, सत्य का अन्वेषण है, जिसे निरन्तर जारी रहना है   आगे...

हिन्दी आलोचना की बीसवीं सदी

निर्मला जैन

मूल्य: Rs. 150

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हिन्दी एकांकी

सिद्धनाथ कुमार

मूल्य: Rs. 400

नुक्कड़ नाटक को हिन्दी नाटक की नव्यतम प्रवृत्ति के रूप में स्वीकार करते हुए उसका भी विवेचन इस पुस्तक में किया गया है   आगे...

हिन्दी कथा-साहित्य में मध्यकालीन भारत

सुधा मित्तल

मूल्य: Rs. 400

इस पुस्तक में हिन्दी के ऐतिहासिक उपन्यासों तथा कहानियों के माध्यम से मध्यकालीन भारत के स्वरूप को प्रस्तुत किया गया है.....   आगे...

हिन्दी का विश्व सन्दर्भ

करुणाशंकर उपाध्याय

मूल्य: Rs. 550

आज हिन्दी विश्व के सभी महाद्वीपों तथा राष्ट्रों—जिनकी संख्या एक सौ चालीस से भी अधिक है—में किसी-न-किसी रूप में प्रयुक्त हो रही है   आगे...

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