शब्द का अर्थ
			 | 
		
					
				| 
					पर्यंत					 :
				 | 
				
					भू० कृ० [सं० परि-अंत, प्रा० स०] घिरा हुआ। स्त्री० किसी क्षेत्र के विस्तार की समाप्ति सूचित करनेवाली रेखा। चौहद्दी। सीमा। (बाउण्डरी) अव्य० तक। लौं।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					पर्यंतिका					 :
				 | 
				
					स्त्री० [सं० परि-अंतिका, प्रा० स०] नैतिकता तथा सद्गुनों का होनेवाला नाश।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					पर्यंत					 :
				 | 
				
					भू० कृ० [सं० परि-अंत, प्रा० स०] घिरा हुआ। स्त्री० किसी क्षेत्र के विस्तार की समाप्ति सूचित करनेवाली रेखा। चौहद्दी। सीमा। (बाउण्डरी) अव्य० तक। लौं।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					पर्यंतिका					 :
				 | 
				
					स्त्री० [सं० परि-अंतिका, प्रा० स०] नैतिकता तथा सद्गुनों का होनेवाला नाश।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |