लोगों की राय

शब्द का अर्थ खोजें

शब्द का अर्थ

मंत्र-यान  : पुं० [ब० स० या सुप्सुपा स० ?] बौद्धों की एक शाखा जिसके प्रवर्त्तक सिद्ध नागार्जुन माने जाते हैं। इसे वज्रज्यान (देखें) भी कहते हैं। इस शाखा में बुद्ध के उपदेशों का सारांश मंत्रों के रूप में जपा जाता है। विशेष—बौद्ध धर्म का तीसरा यान या मार्ग जो महायान के बाद चला था; और जिसमें कुछ मंत्रों के उच्चारण से ही निर्वाण प्राप्त करने का प्रयत्न किया जाता था।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
 
लौटें            मुख पृष्ठ