लोगों की राय

शब्द का अर्थ खोजें

शब्द का अर्थ

विश्वांड  : पुं० [सं० कर्म० स०] ब्रह्माण्ड।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
विश्वा  : स्त्री० [सं०√विश् (प्रवेशकरना)+क्वन्+टाप्] १. दक्ष की एक कन्या जो धर्म को ब्याही थी और जिससे वसु, सत्य, क्रतु आदि दस पुत्र उत्पन्न हुए थे। २. बीस पल की एक प्राचीन तौल या मान। ३. पीपल। ४. सोंठ। ४. अतीस। ६. शतावर। ७. चोरपुष्पी। शंखिनी।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
विश्वाक्ष  : वि० [सं० विश्व+अक्ष] जिसकी दृष्टि पूर्ण विश्व पर हो। पुं० ईश्वर।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
विश्वातीत  : वि० [सं० ष० त०] १. जिसे विश्व प्राप्त न कर सकता हो। २. विश्व से अलग या दूर। पुं० ईश्वर।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
विश्वात्मा (त्मन्)  : पुं० [सं० ब० स० विश्व+आत्मन्] १. ब्रह्मा। २. विष्णु। ३. शिव। ४. सूर्य।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
विश्वाद्  : पुं० [सं० विश्व√अद् (खाना)+क्विप्] अग्नि।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
विश्वाधार  : पुं० [सं० ष० त०] विश्व का आधार अर्थात् परमेश्वर।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
विश्वानर  : वि, पुं०=वैश्वानार।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
विश्वामित्र  : वि० [सं० ब० स०, विश्व+मित्र] जो विश्व का मित्र हो। पुं० गाधि नामक कान्यकुब्ज नरेश के पुत्र जिन्होंने घोर तपस्या से ब्राह्मणत्व प्राप्त किया था। विशेष—भगवान राम ने इन्हीं की आज्ञा से ताड़का का वध किया था।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
विश्वामृत  : वि० [सं० विश्व+अमृत] जिसकी कभी मृत्यु न हो। अमर।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
विश्वायन  : पुं० [सं० ष० त०] १. वह जो विश्व की सब बातें जानता हो। सर्वज्ञ। २. ब्रह्मा।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
विश्वावसु  : पुं० [सं० ब० स०] १. विष्णु। २. साठ संवत्सरों में से एक। स्त्री० रात्रि। रात।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
विश्वावास  : पुं० [सं० ष० त०] ईश्वर। परमात्मा।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
विश्वाश्रय  : पुं० [सं० ष० त०] विश्व को आश्रय देनेवाला अर्थात् ईश्वर।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
विश्वास  : पुं० [सं० वि√श्वस्+घञ्] १. किसी बात, विषय, व्यक्ति आदि के संबंध में मन में होनेवाली यह धारणा कि यह ठीक, प्रामाणिक या सत्य है, अथवा उसे हम जैसा समझते हैं, वैसा ही है, उससे भिन्न नहीं है। एतबार। यकीन। २. धार्मिक क्षेत्र में, ईश्वर, देवता, मत्त सिद्धान्त आदि के संबंध में होनेवाली उक्त प्रकार की धारणा। (बिलीफ़) मुहा०— (किसी पर) विश्वास जमना या बैठना=विश्वास का दृढ़ रूप धारण करना। (किसी को) विश्वास दिलानाकिसी के मन में उक्त प्रकार की धारणा दृढ़ करना। ३. केवल अनुमान के आधार पर होनेवाला मन का दृढ़ निश्चय। जैसे—मेरा तो यह दृढ़ विश्वास है कि वह अवश्य आएगा।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
विश्वास-घात  : पुं० [सं० ष० त०, तृ० त०] १. किसी को विश्वास दिला कर उसके प्रति किया जानेवाला द्रोह। २. विश्वसनीय व्यक्ति द्वारा अपने मित्र या स्वामी के हितों के विरुद्ध किया हुआ ऐसा बुरा काम जिससे उसका विश्वास जाता रहे।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
विश्वास-घातक  : वि० [सं० विश्वास√हन् (मारना)+ण्वुल्, अक, ब० स०] विश्वासघात करनेवाला (व्यक्ति)।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
विश्वास-पात्र  : वि० [सं०] (व्यक्ति जिसका विश्वास किया जाता हो और जो विश्वास किये जाने के योग्य हो। विश्वसनीय।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
विश्वासित  : वि० [सं० विश्वास+इचत्] जिसे विश्वास दिलाया गया हो।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
विश्वासी (सिन्)  : वि० [सं० विश्वास+इनि] १. जो किसी एक पर विश्वास करता हो। विश्वास करनेवाला। २. जिसका विश्वास किया जा सके।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
विश्वास्य  : वि० [सं० वि√श्वस्+णिच्+यत्] विश्वास के योग्य। विश्वसनीय।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
 
लौटें            मुख पृष्ठ